रणजी ट्रॉफी में रोहित शर्मा की वापसी के साथ ही उनकी टीम मुंबई को बड़ा झटका लगा, क्योंकि जम्मू कश्मीर ने उन्हें 5 विकेट से हराकर शानदार जीत दर्ज की। यह रणजी ट्रॉफी में मुंबई के खिलाफ जम्मू कश्मीर की दूसरी जीत थी। इससे पहले 2014-15 में वानखेड़े स्टेडियम पर भी जम्मू कश्मीर ने मुंबई को हराया था।
मुंबई की टीम ने दूसरी पारी में शार्दुल ठाकुर की शतकीय पारी (119 रन) के दम पर 290 रन बनाए और जम्मू कश्मीर को 205 रन का लक्ष्य दिया। लेकिन जम्मू कश्मीर की टीम ने इस लक्ष्य को आसानी से पांच विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। मैच में सात विकेट लेने वाले युद्धवीर सिंह को “प्लेयर ऑफ द मैच” का खिताब मिला।
205 रन का सफल पीछा:
लक्ष्य का पीछा करते हुए जम्मू कश्मीर की शुरुआत शानदार रही। शुभम खजुरिया (41) और यावर हसन (24) ने टीम को अच्छी नींव दी। इसके बाद विव्रांत शर्मा (38) और अब्दुल समद (24) ने भी योगदान दिया। हालांकि शम्स मुलानी ने तीन विकेट लेकर मैच में रोमांच लाया, लेकिन आबिद मुश्ताक (32 नाबाद) और कन्हैया वधावन (19 नाबाद) ने संयम बरतते हुए टीम को जीत तक पहुंचाया।
रोहित शर्मा रहे नाकाम:
रणजी ट्रॉफी में 10 साल बाद वापसी करने वाले रोहित शर्मा दोनों पारियों में फ्लॉप रहे। पहली पारी में वह केवल 3 रन बना सके, जबकि दूसरी पारी में उन्होंने 28 रन बनाए। मुंबई के अन्य प्रमुख बल्लेबाज, जैसे यशस्वी जायसवाल (4 और 26 रन), अजिंक्य रहाणे (12 और 16 रन), श्रेयस अय्यर (11 और 17 रन), और शिवम दुबे (शून्य दोनों पारियों में) भी उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे।
पहली पारी का खेल:
मुंबई ने पहली पारी में 120 रन बनाए थे, जबकि जम्मू कश्मीर ने 206 रन बनाकर 86 रनों की बढ़त हासिल की। शुभम खजुरिया (53) और आबिद मुश्ताक (44) ने टीम को बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाई। दूसरी पारी में मुंबई ने 290 रन बनाए, लेकिन यह स्कोर जम्मू कश्मीर को रोकने के लिए काफी नहीं था।
जम्मू कश्मीर ने रचा इतिहास:
जम्मू कश्मीर ने इस जीत से रणजी ट्रॉफी में अपनी क्षमता का दमदार प्रदर्शन किया। यह जीत मुंबई के खिलाफ उनके आत्मविश्वास को और बढ़ावा देगी।
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