विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय स्वराज मोर्चा ने नीतीश से मिलाया हाथ

बिहार में अगले साल यानी 2025 में विधानसभा चुनाव होने वाला है। अभी चुनाव की कोई आहट भले ही सुनाई नहीं दे रही पर सभी दलों की तैयारी जोर शोर से चल रही है। खासकर सेटिंग-गेटिंग, आने-जाने, और जनता को अपने वायदों से लुभाने का दौर हर रोज कुछ न कुछ तेज हो रहा है। इसमें कोई दल पीछे नहीं है। इस बीच एक दल का नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू (JDU) में विलय करा दिया गया है। माना जा रहा है कि इससे पार्टी को मजबूती मिलेगी और वोटों का ध्रुवीकरण होगा।

जो नया संगठन अब जदयू में शामिल हो गया है वह है भारतीय स्वराज मोर्चा। गुरुवार को इसका जदयू में विलय हो गया। मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि उज्ज्वल कुशवाहा के नेतृत्व में समाजसेवी आकाश कुमार उर्फ राहुल, दीपक कुमार साव, अजीत यादव, जगजीवन राम, आनंद मोहन कुमार उर्फ सोनू कुमार एवं कुणाल शर्मा आदि ने जदयू का दामन थामा। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भगवान सिंह कुशवाहा और मनीष कुमार वर्मा ने इन सभी को जदयू की प्राथमिक सदस्यता दिलाई।

इस मौके पर भगवान सिंह कुशवाहा ने कहा कि रवि उज्ज्वल कुशवाहा का युवा वर्ग में व्यापक प्रभाव है। भारतीय स्वराज मोर्चा संगठन के माध्यम से वे छात्रों एवं युवाओं के मुद्दों को जोर-शोर से उठाते रहे हैं। लंबे समय से राजनीति में उनकी सक्रियता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास कार्यों से प्रभावित होकर उन्होंने अपने संगठन के विलय का निर्णय लिया है।

मनीष कुमार वर्मा ने कहा कि सामाजिक सरोकार से जुड़े युवा साथी जदयू की ओर आकर्षित हो रहे हैं और यह हम सभी के लिए हर्ष का विषय है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ ‘गांधी जी’ समेत चंदन कुमार सिंह, राणा रणधीर सिंह चौहान और धीरज कुशवाहा मौजूद थे।