बॉलीवुड में कुलभूषण खरबंदा का नाम बहुत ही मंझे हुए एक्टर्स में लिया जाता है. कुलभूषण खरबंदा अपने शानदार फिल्मी करियर में ‘शाकाल’ से लेकर ‘सत्यानंद त्रिपाठी- बाउजी’ तक एक से बढ़कर किरदार निभा चुके हैं. दर्शक उनकी एक्टिंग के कायल हैं. जिस तरह से कुलभूषण खरबंदा अभिनय में महारत रखते हैं, ठीक वैसे ही वो एजुकेशन के मामले में भी किसी दूसरे कलाकार से पीछे नहीं हैं. आइए जानते हैं ‘मिर्जापुर सीरीज ‘ के ‘बाउजी’ की पढ़ाई के बारे में सब कुछ.
पाकिस्तना में पैदा हुए कुलभूषण खरबंदा की फैमिली उनके जन्म के बाद वहां से पलायन कर लिया. इसी वजह से उनकी शुरुआती स्कूलिंग जोधपुर, देहरादून, दिल्ली के स्कूलों के साथ अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी के मिन्टो सर्किल स्कूल से भी हुई है. एक्टर अपनी पढ़ाई के दिनों में बहुत ही बेहतरीन स्टूडेंट हुआ करते थे
अपनी स्कूलिंग पूरी करने के बाद एक्टर ने हायर एजुकेशन के लिए दिल्ली यूनीवर्सिटी का रुख किया. कुलभूषण खरबंदा ने देश की इस बहुत ही शानदार यूनीवर्सिटी के किरोड़ी मल कॉलेज से अपना ग्रेजुएशन कंपलीट किया.
कुलभूषण खरबंदा ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद कॉलेज के कुछ दोस्तों के साथ मिलकर ‘अभियान’ का नाम का थिएटर ग्रुप चलाया. इसके साथ एक्टर ने कई और थिएटर्स में भी एक्टिंग की. थिएटर को काफी टाइम देने के बाद उन्होंने मुम्बई का रुख किया.
कुलभूषण खरबंदा का शुरुआती सफर काफी स्ट्रगल भरा रहा, लेकिन एक्टर मेहनत करत रहे. एक्टर को कुछ छोटे मोटे रोल मिले लेकिन सही रूप से उन्हें रमेश सिप्पी की फिल्म ‘शान’ में निभाए गए ‘शाकाल’ के रोल से पहचान मिल गई. इस रोल को करने के बाद फिर कभी कुलभूषण खरबंदा ने पीछे मुड़कर नहीं देखा.
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