हाई कोलेस्ट्रोल और पीसीओएस जैसी गंभीर बीमारियों से बचें, 1 चम्मच दिन में 3 बार खाएं ये सीड मिक्स

खाना खाने के बाद अगर ऐसा कुछ खा लिया जाए, जो डायजेशन में हेल्प करे. तो गैस भी नहीं बनती है और पेट भी फ्लैट रहता है. ये तो हुई फिटनेस और इजीनेस से जुड़ी हुई बातें. लेकिन यदि डायजेशन हमेशा ही अच्छा रहे तो 90 पर्सेंट बीमारियां आपको कभी होंगी ही नहीं. अगर गंभीर बीमारियों की बात करें जैसे, हाई कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol) या महिलाओं में होने वाली पीसीओएस (PCOS) जिसके कारण प्रेग्नेंसी संबंधी समस्याएं (Pregnancy Issues) होती है और हॉर्मोन्स का स्तर भी गड़बड़ाया रहता है, ये बीमारियां भी यहां बताए जा रहे सीड मिक्स को खाने से दूर रहती हैं..

इतना ही नहीं शुगर पेशेंट्स हर दिन इस सीड मिक्स का सेवन करें तो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में हेल्प मिलती है और मोटापा भी नहीं बढ़ता. इस सीड मिक्स को आयुर्वेद की भाषा में मुखवासा कहते हैं. यानी ऐसे बीजों का मिक्सचर जिसे देर तक मुंह में रखकर धीरे-धीरे चबाकर खाया जाता है. यहां इस मिक्स को बनाने की विधि, खाने की विधि और इसके फायदों के बारे में जानें…

कैसे बनाएं सीड मिक्स?

कद्दू के बीच
काले तिल
सौंफ
अलसी के बीज
सेंधा नमक
यहां बताए गए सभी सीड्स को बराबर मात्रा में लें.
इन सभी को अलग-अलग रोस्ट करें यानी बिना घी और तेल का उपयोग करें बर्तन में ऐसे ही धीमी आंच पर भून लें.
अलसी के बीजों को भूनते समय इनमें मात्रा और स्वाद के हिसाब से सेंधा नमक मिला लें.
ठंडा होने पर एक बड़े बर्तन में इन सभी सीड्स को एक साथ मिलाएं और कांच के जार में भरकर रख लें.
कब और कैसे खाएं सीड मिक्स?

इस सीड मिक्स का सेवन आपको दिन में तीन बार एक-एक चम्मच करना है.
हर बार खाना खाने के बाद इसे खाने से लाभ होगा.
स्नैक्स टाइम में भी आप इस सीड मिक्स को दो से तीन चम्मच खा सकते हैं.
छोटी-छोटी भूख और क्रेविंग को शांत करने के लिए तीन से चार चम्मच इसका सेवन किया जा सकता है.
जब कभी मीठा खाने की इच्छा हो और आप स्वीट से बचना चाहते हों तो इसे खा लें, स्वीट क्रेविंग भी शांत होगी और आप एक्स्ट्रा कैलरी लेने से बचन जाएंगे.
इन सीड्स को खाने के फायदे

सबसे पहला लाभ तो यही है कि पाचन सही रहता है
शुगर लेबल बैलेंस रहता है
क्रेविंग बहुत अधिक नहीं होती
पेट भरा-भरा रहता है, इससे बार-बार भूख नहीं लगती
कोलेस्ट्रोल को मेंटेन रखता है
इन्हें खाने से ब्लड प्रेशर सही रहता है
महिलाओं को अगर पीरियड्स साइकल से जुड़ी समस्या हो तो रेग्युलेट करता है
हॉर्मोनल बैलंस बनाए रखने में मददगार है
थायरॉइड की समस्या में लाभ देता है
बालों और त्वचा को हेल्दी रखने में मदद करता है.

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