धर्मस्थल की पवित्रता की रक्षा के लिए प्राधिकरण की स्थापना होगी: मंत्री आनंद सिंह

उजिरे (एजेंसी/वार्ता): कर्नाटक के पर्यटन मंत्री आनंद सिंह ने कहा है कि धर्मस्थल की पवित्रता की रक्षा के लिए शीघ्र ही धर्मस्थल प्राधिकरण का गठन किया जाएगा। सिंह शनिवार को जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग और लोक निर्माण विभाग की ओर से 4.80 करोड़ रुपये की लागत से धर्मस्थल में नेत्रवती सन्घट्टा के विकास कार्य का उद्घाटन करते हुए बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि धर्म आस्था और विश्वास है। धर्मस्थल सत्य, धर्म, न्याय और नैतिकता से अधिक पवित्र स्थान है। लोग सरकारी कानूनों का उल्लंघन करते हैं।धर्मस्थल एक पर्यटन स्थल नहीं बल्कि एक पवित्र तीर्थ स्थल होता है। मंत्री ने घोषणा की कि धर्मस्थल और उसके आसपास के क्षेत्र में बार, मांसाहारी होटल, जुआ आदि पर रोक लगाकर क्षेत्र की पवित्रता की रक्षा के लिए एक प्राधिकरण बनाया जाएगा।

सिंह ने कहा कि हम्पी के संरक्षण के लिए हम्पी प्राधिकरण का गठन पहले ही किया जा चुका है और यह सुचारू रूप से कार्य कर रहा है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि धर्मस्थल की पवित्रता के संरक्षण और विकास के लिए सरकार पूरा सहयोग देगी। साथ ही उन्होंने घोषणा की कि नेत्रावती सन्नघट्टा के अतिरिक्त विकास कार्य के लिए इस महीने के अंत तक पांच करोड़ का अनुदान जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य क्रूज पर्यटन शुरू करना है।

दक्षिण कन्नड़ जिले में 82 होम स्टे स्वीकृत किए गए हैं। इस अवसर पर दक्षिण कन्नड़ जिला कलेक्टर एमआर रविकुमार और विधायक हरीश पूंजा तथा धर्मस्थल से जुड़े अन्य लोग भी मौजूद थे।

-एजेंसी/वार्ता

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