मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर खेले गए बॉक्सिंग डे टेस्ट में भारत को ऑस्ट्रेलिया के हाथों 184 रन की करारी हार झेलनी पड़ी। इस हार के साथ भारत की आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें लगभग नामुमकिन हो गई हैं। वहीं, दक्षिण अफ्रीका ने पाकिस्तान के खिलाफ पहला टेस्ट जीतकर पहली बार डब्ल्यूटीसी फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। अब बाकी बचे हुए एक स्थान के लिए ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच कड़ी टक्कर है।
ऑस्ट्रेलिया के लिए आसान राह
ऑस्ट्रेलिया के लिए फाइनल तक पहुंचना आसान लगता है क्योंकि उसके पास तीन टेस्ट मैच बाकी हैं। अगर कंगारू टीम इनमें से एक भी टेस्ट जीतती है, तो वह दक्षिण अफ्रीका के साथ डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह बना लेगी।
भारत के लिए बड़ा नुकसान
बॉक्सिंग डे टेस्ट में मिली हार के बाद भारतीय टीम का बड़ा नुकसान हुआ है। टीम अभी तीसरे स्थान पर जरूर बनी हुई है, लेकिन उसका अंक प्रतिशत (PCT) 55.88 से गिरकर 52.78 हो गया है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने अपने दूसरे स्थान को और मजबूत करते हुए PCT को 58.89 से बढ़ाकर 61.46 कर लिया है।
ऑस्ट्रेलिया की सीरीज रणनीति
ऑस्ट्रेलिया अगले साल की शुरुआत में श्रीलंका का दौरा करेगा, जहां वह दो टेस्ट मैच खेलेगा। इसके अलावा, अगर ऑस्ट्रेलिया भारत के खिलाफ सीरीज को 2-2 से ड्रा कर देता है, तो भी वह डब्ल्यूटीसी फाइनल में अपनी जगह बनाए रखने की स्थिति में रहेगा।
भारत के लिए क्वालीफाई करने का मुश्किल समीकरण
भारत के लिए अब डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने का समीकरण बेहद कठिन हो गया है। इसके लिए भारतीय टीम को सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज का अंतिम टेस्ट जीतना होगा। साथ ही भारत को उम्मीद करनी होगी कि श्रीलंका अगले महीने अपने घरेलू टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को दोनों मैचों में हराकर बड़ा उलटफेर करे।
ऑस्ट्रेलिया की रोमांचक जीत
ऑस्ट्रेलिया ने बॉक्सिंग डे टेस्ट के अंतिम दिन के अंतिम घंटे में भारत को 184 रनों से हराया। भारतीय टीम का आखिरी विकेट 14 ओवर से भी कम समय शेष रहते गिरा, जब नाथन लियोन ने मोहम्मद सिराज को आउट किया। एमसीजी में मौजूद 74,000 से अधिक दर्शकों ने इस जीत का जश्न जोश और उत्साह के साथ मनाया।
सिडनी में आखिरी मुकाबला
एमसीजी पर इस जीत के बाद ऑस्ट्रेलिया ने पांच मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 2-1 की बढ़त हासिल कर ली है। अब 3 जनवरी से सिडनी में शुरू होने वाले अंतिम टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को ट्रॉफी वापस जीतने के लिए हार से बचना होगा। दूसरी ओर, भारत के लिए यह मुकाबला “करो या मरो” जैसा होगा, जहां हर रन और हर विकेट निर्णायक साबित होगा।
क्या भारत इतिहास रचने में सफल होगा, या ऑस्ट्रेलिया अपने फाइनल में पहुंचने का सपना पूरा करेगा?
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