हमारी रसोई में बिना कुकिंग आयल के खाना पकाना मुश्किल है, खाने में जायके के लिए कुकिंग आयल बहुत ही महत्वपूर्ण है। हम खाने में तरह तरह के कुकिंग आयल प्रयोग करते है जैसे सनफ्लॉवर आयल, पीनट आयल, ओलिव आयल या फिर वेजिटेबल आयल आजकल इन सभी ऑयल का चलन तेजी से बढ़ गया है। अक्सर पकवान बनाने के बाद कढ़ाई में तेल बच जाता है जिसकी वजह से हम उसको दोबारा प्रयोग में ले आते है या फिर व्यंजन बनाने में प्रयोग कर लेते है। कहा जाता है की एक बार इस्तेमाल के बाद इसे दोबारा इस्तेमाल करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है। बार-बार तेल को गर्म करके प्रयोग में लाने से इसमें धीरे-धीरे फ्री रेडिकल्स का बनने लगते है, इसकी वजह से एंटी ऑक्सीडेंट की मात्रा समाप्त होने लगती है और आगे चलकर कैंसर का कारण बन सकता है।
पूड़ी और पकवान हम सभी को खाना पसंद है। अगर नाश्ते में पूरी सब्जी मिल जाये तो क्या ही बात है, लेकिन इसके बनने के बाद बचे हुए तेल को स्टोर कर दुबारा इस्तेमाल करना हानिकारक है। तेल को बारबार गर्म करने से उसके अपने गुण नष्ट हो जाते है और साथ हि ये हमारे शरीर के लिए टॉक्सिक बन जाता हैं। इसके सेवन से शरीर में इनफ्लामेशन की संभावना बढ़ जाती है और कई प्रकार की बिमारियां की संभावना बढ़ जाती है।
बार बार तेल को गरम करने से पेट से जुडी समस्या हो सकती है। पेट में एसिडिटी गैस जैसी समस्या उत्पन्न होने लगती है। बाहर का डीप फ्राई भोजन सेहत के लिए खतरनाक है। इसके सेवन से खट्टी डकारें और फैटी लिवर की समस्या उत्पन्न होती है। खाना पकाने के तेल को बार-बार गर्म करके खाने नुकसान हो सकते हैं। जैसे,
वजन बढ़ना
मधुमेह
ह्रदय सम्बन्धी रोग
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