गिलोय की गुणों से तो हम सभी बखूबी वाकिफ है इससे गुणों की जितनी तारीफ की जाए उतना ही कम है। लेकिन हमको इसका इस्तेमाल करते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए अगर हम जरूरत से ज्यादा मात्रा में गिलोय का सेवन करते है तो इसका सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।गिलोय को भारत की आयुर्वेदिक की प्रणाली में अलग हो स्थान दिया गया है। कोरोना काल में आम जनता ने भी अच्छी तरह से अपना परिचय बना लिया था। गिलोय के शक्तिशाली औषधीय गुणों के लिए इस्को हम सभी उपयोगी मानते है। गिलोय को प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और बीमारियों को दूर रखने के लिए जाना जाता है। बाकी सभी चीज़ों की तरह, अधिक गिलोय का सेवन स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है आइए जानते है इसके दुष्प्रभाव के बारे में,
गिलोय के दुष्प्रभाव में कब्ज भी है अगर इसके अत्यधिक सेवन से कब्ज होने की संभावना बढ़ जाती है। हम अगर ज्यादा गिलोय खाता है तो पेट में दर्द जैसे समस्या और कब्ज जैसे दिक्कत हो सकती है।
गिलोय रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित भी करता है और मधुमेह रोगियों के लिए सहायक होता है। मधुमेह रोगियों को दवा के साथ गिलोय का सेवन नही करना चाहिए क्योंकि इससे आपके रक्त में शर्करा का लेवल कम हो सकता है।
गिलोय के सेवन से दस्त जैसे समस्या भी देखी गई है, गिलोय का काढ़ा बुखार को कम करने के लिए पिया जाता है गर्म काढ़े को दिन में एक से दो से ज्यादा पीने की वजह से अत्यधिक दस्त की समस्या हो सकती है।
गिलोय का इस्तेमाल रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए भी किया जाता है । लेकिन अधिक सेवन आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को अत्यधिक उत्तेजित कर सकता है जिससे जटिलताएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
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