इजरायल ने लेबनान में अपने एक और बड़े दुश्मन को ढेर कर दिया है। मारे गए कमांडर का नाम खलील अल-मकदाह बताया जा रहा है। वह इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड से जुड़े अल-अक्सा शहीद ब्रिगेड का कमांडर था। हमले के वक्त खलील अल-मकदाह दक्षिणी लेबनान के सिडोन में एक कार से जा रहा था। इस दौरान एक गाइडेड मिसाइल उसकी कार से टकराई और विस्फोट हो गया। लेबनान में सक्रिय हिजबुल्लाह से जुड़े अल-मायादीन नाम के अखबार ने भी अल-अक्सा शहीद ब्रिगेड के कमांडर खलील अल-मकदाह के मारे जाने की पु्ष्टि की है।
अल-मायादीन ने बताया कि अल-मकदाह कथित तौर पर अल-अक्सा शहीद ब्रिगेड के सैन्य विंग में ब्रिगेडियर जनरल था। यह पश्चिमी तट पर स्थित एक फिलिस्तीनी समूह है, जिसका फतह से घनिष्ठ संबंध है। अल-मकदाह की हत्या के बाद उसके भाई मुनीर अल-मकदाह ने कहा कि वे “जीत या शहादत के रास्ते पर हैं। ऐसी हत्याएं हमें और अधिक मजबूत बनाती हैं।” मुनीर अल-मकदाह भी अल-अक्सा शहीद ब्रिगेड का कमांडर है। उसने कहा, “शहादत सम्मान का प्रतीक है, और प्रतिरोध अभी भी जमीन पर दृढ़ है।” दक्षिण लेबनान में अल-मायादीन के संवाददाता ने कहा कि खलील अल-मकदाह की “इजरायल के खिलाफ हमलों में प्रमुख भूमिका थी।”
ईरान का आपरेटिव था अल-मकदाह
इजरायली मीडिया के अनुसार, अल-मकदाह आईआरजीसी में कुद्स फोर्स का ऑपरेटिव था। उस पर इजरायल के खिलाफ साजिश रचने और कई हमलों में शामिल होने का आरोप था। इजरायली सेना कई वर्षों से उसकी तलाश कर रही थी।। वह लेबनान में छिपकर रहता था और वहीं से ऑपरेट करता था। खलील अल-मकदाह ईरान की भी यात्रा करता रहता था। वह वेस्ट बैंक में सक्रिय फतह की सैन्य शाखा और ईरानी सेना के बीच एक कड़ी के रूप में भी काम करता था।