रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड (RJIL) के चेयरमैन आकाश अंबानी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को इस पीढ़ी का सबसे बड़ा परिवर्तनकारी कारक बताया है। मुंबई टेक वीक 2025 के दौरान जियो वर्ल्ड सेंटर में आयोजित एक सत्र में उन्होंने कहा कि एआई भारत की आर्थिक विकास का प्रमुख इंजन बनेगा, जिससे देश आने वाले वर्षों में 10% या उससे अधिक की GDP वृद्धि दर हासिल कर सकता है।
ड्रीम11 के सीईओ हर्ष जैन के साथ एक फायरसाइड चैट में आकाश अंबानी ने एआई को भविष्य के लिए भारत की प्रगति का आधार बताया। उन्होंने कहा कि रिलायंस जियो ने एआई के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास को गति देने के लिए 1,000 से अधिक डेटा वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और इंजीनियरों की एक टीम तैयार की है। इसके अलावा, जियो जामनगर में एक गीगावाट क्षमता वाला डेटा सेंटर भी बना रहा है, जो भारत में एआई टेक्नोलॉजी को आगे बढ़ाने में मदद करेगा।
उन्होंने बताया कि कंपनी ग्राफिक प्रोसेसिंग यूनिट (GPU) आधारित तकनीक को भी विकसित करने पर विचार कर रही है, जिससे एआई आधारित समाधानों को अधिक प्रभावी बनाया जा सके।
तीन प्रमुख स्तंभ होंगे भारत के एआई विकास के आधार
आकाश अंबानी ने भारत को एआई में अग्रणी बनाने के लिए तीन मूलभूत क्षेत्रों पर ध्यान देने की जरूरत बताई:
- एआई इंफ्रास्ट्रक्चर – मजबूत डिजिटल एवं कंप्यूटिंग आधारभूत संरचना का विकास
- अनुसंधान एवं विकास (R&D) – अत्याधुनिक एआई तकनीकों पर शोध और नवाचार
- कुशल प्रतिभा – एआई विशेषज्ञों और इंजीनियरों की संख्या में वृद्धि
उन्होंने कहा कि अब वह दौर चला गया जब भारत तकनीक के मामले में पीछे था। उन्होंने विश्वास जताया कि भारत दुनिया के उन अग्रणी देशों में शामिल हो रहा है जो तकनीक को तेजी से अपनाकर इसका उपयोग अपने विकास के लिए कर रहे हैं।