अनियमित पीरियड्स से छुटकारा पाने के लिए अपनाये ये घरेलू नुस्खे

अनियमित पीरियड्स की समस्या दुनिया की लगभग हर उम्र वाली महिलाओं में एक बहुतायत रूप से पाए जाने वाली समस्या है। एक आकड़े के अनुसार अनियमित पीरियड्स की समस्या दुनिया की कुल (बच्चे को जन्म देने योग्य) महिलाओं में से लगभग 14 प्रतिशत से 25 प्रतिशत महिलाओं को अनियमित पीरियड्स की समस्या है। यदि किसी महिला के तीन या तीन से अधिक बार लगातार पीरियड्स नहीं हुए है या फिर समय से पहले पीरियड्स आना आरम्भ हो गये है तो यह अनियमित पीरियड्स की समस्या के लक्षण हो सकते है। अनियमित रक्त श्राव, दर्द, पेट के आस-पास ऐंठन आदि अनियमित पीरियड्स के आम लक्षण है। आज हम आपको बताएंगे अनियमित पीरियड्स से बचाव के लिए उपाय।

अनियमित पीरियड्स क्या है?

प्रत्येक महिला औसतन 28 दिन में पीरियड्स से गुजरती है, यदि कोई महिला 21 दिन से 35 दिन के बीच कभी भी पीरियड्स से गुजर रही है तो यह एक सामान्य और नियमित पीरियड्स कहलाएगा। पर यदि अगर वही महिला 21 दिन से पहले पीरियड्स का सामना कर रही हो या फिर 35 दिन के बाद उसे पीरियड्स का सामना करना पड़ रहा हो तो यह असामान्य पीरियड्स या अनियमित पीरियड्स कहलाएगा। अनियमित पीरियड्स अधिकतर हॉर्मोन्स में बदला

अनियमित पीरियड्स से निजात पाने के लिए कुछ घरेलू उपाय हो सकते हैं, जो निम्नलिखित हैं:

संतुलित आहार: संतुलित और पोषण से भरपूर आहार लें। अपनी डाइट में हरे पत्तेदार सब्जियाँ, फल, प्रोटीन, हल्के अनाज, और प्राकृतिक तरीके से पके खाद्य पदार्थों को शामिल करें।

नियमित व्यायाम: नियमित रूप से व्यायाम करें, जैसे कि योग, ध्यान, या व्यायाम। यह आपके हार्मोन्स को संतुलित रखने में मदद कर सकता है।

अत्यधिक तनाव से बचें: तनाव को कम करने के लिए प्राकृतिक उपायों का उपयोग करें, जैसे कि ध्यान, प्राणायाम, या आराम करना।

दादी माँ के नुस्खे: आमतौर पर, गर्म पानी पीना, अदरक या अदरक का रस सेवन करना, और गर्म खाना खाना भी पीरियड्स की समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है।

प्राकृतिक उपचार: प्राकृतिक उपचार, जैसे कि अशोकारिष्ट, शतावरी के रस, या चावल का पानी, भी पीरियड्स की समस्याओं को सुलझाने में मदद कर सकते हैं।

कृपया ध्यान दें कि यदि आपके पीरियड्स अनियमित हैं और उनमें अत्यधिक दर्द या अन्य लक्षण हैं, तो आपको चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। यह हो सकता है कि ये समस्याएँ किसी अन्य मेडिकल शर्त का लक्षण हों जो चिकित्सा ध्यान और उपचार की आवश्यकता प्राप्त कर सकती है।