एशिया के दूसरे सबसे अमीर कारोबारी गौतम अडानी जिस कंपनी से अपना पीछा छुड़ाना चाहते हैं, उसी ने तीसरी तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है। अडानी ग्रुप की एफएमसीजी कंपनी ने इस तिमाही में अपने प्रॉफिट को दोगुने से भी ज्यादा बढ़ा लिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, खाने के तेल की जबरदस्त बिक्री ने कंपनी के प्रॉफिट में जबरदस्त उछाल ला दिया है। इसके कारण गिरते शेयर बाजार में भी कंपनी के शेयर में 4 फीसदी से अधिक का उछाल देखने को मिला है। आइए जानते हैं कि आखिर अडानी विल्मर के तिमाही नतीजे किस तरह के रहे हैं।
प्रॉफिट में दोगुना बढ़ोतरी
अडानी विल्मर का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में इंटीग्रेटेड नेट प्रॉफिट दोगुने से ज्यादा बढ़कर 410.93 करोड़ रुपए तक पहुंच गया। कंपनी ने बताया कि खाने के तेल की मजबूत बिक्री के कारण उनका मुनाफा बढ़ा है। एक साल पहले इसी अवधि में कंपनी ने 200.89 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। कंपनी के मुताबिक, 2024-25 की दिसंबर तिमाही में कंपनी की कुल आय सालाना आधार पर 12,887.21 करोड़ रुपये से बढ़कर 16,926 करोड़ रुपये हो गई।
रेवेन्यू में भी उछाल
खाद्य तेल खंड से रेवेन्यू सालाना आधार पर 9,710.82 करोड़ रुपए से बढ़कर 13,386.71 करोड़ रुपए हो गया। फूड और एफएमसीजी सेगमेंट से रेवेन्यू 1,273 करोड़ रुपए से बढ़कर 1,558 करोड़ रुपए हो गया। इस दौरान कंपनी का खर्च भी बढ़कर 16,379.76 करोड़ रुपए हो गया। अडानी विल्मर के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ अंगशु मलिक ने कहा कि कंपनी पिछले पांच तिमाहियों से मजबूत मुनाफा कमा रही है और इस तिमाही में रिकॉर्ड मुनाफा कमाया है, जिसमें एबिटडा (कर-पूर्व आय) 792 करोड़ रुपए और नेट प्रॉफिट 411 करोड़ रुपए रहा।
कंपनी के शेयरों में तेजी
शानदार तिमाही नतीजों की वजह से कंपनी के शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिली। शेयर बाजार बंद होने के बाद अडानी विल्मर के शेयर में 4.01 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और यह 261.95 रुपए पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान शेयर 270 रुपए तक पहुंचा था, जबकि सुबह यह 252 रुपए पर ओपन हुआ था। कंपनी का 52 हफ्तों का हाई 408.70 रुपए था, जो 26 फरवरी 2024 को देखा गया था। मौजूदा समय में कंपनी का मार्केट कैप 34,045.08 करोड़ रुपए है।
यह भी पढ़ें:
25 साल में खुद को नहीं बदला, फिर भी माधवन आज भी हैं इंडस्ट्री में टॉप