भारत के अरबपति उद्योगपति गौतम अडानी की कंपनी इन दिनों ग्रीन एनर्जी पर खासा फोकस कर रही है। इस बीच, हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद कई जांच के दौर से गुजर रहा अदाणी ग्रुप दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूबल एनर्जी मैन्युफैक्तरिंग हब बनाने जा रहा है। मनीकंट्रोल की रिपोर्ट ने अदाणी सोलर के अधिकारियों के हवाले से बताया कि दुनिया का सबसे प्लांट गुजरात के मूंदड़ा में होगा।
मनीकंट्रोल की इस रिपोर्ट में बताया गया कि अदाणी ग्रुप का यह प्लांट दुनिया का इकलौता ऐसा प्लांट होगा जहां रिन्यूबल एनर्जी के लिए लगने वाली सभी चीजों की मैन्युफैक्चरिंग की जाएगी। इसमें पॉलीसिलिकॉन, इनगॉट्स, वेफर्स, सेल, सोलर मॉड्यूल के साथ-साथ विंड टर्बाइन भी शामिल है।
कंपनी का प्लान सोलर ही नहीं, बल्कि विंड सेक्टर में भी उतनी ही तेजी से ग्रोथ करना है। रिपोर्ट में कहा गया कि अदाणी विंड भी अपनी कैपासिटी में बढ़ोतरी करने जा रही है। पहले इसकी मूंदड़ा में विंड टरबाइन बनाने की कैपासिटी 1.5 गीगावॉट थी, लेकिन कंपनी अब उसे बढ़ाकर 5 गीगावॉट कर देगी।
गौरतलब है कि अदाणी ग्रुप की क्षमता 4 गीगावॉट के सोलर मॉड्यूल बनाने की है। अदाणी ग्रुप की इन दोनों ब्रांच-अदाणी सोलर और अदाणी विंड को अदाणी एंटरप्राइजेज ऑपरेट करती है। ग्रुप ने अब कम लागत पर प्रोडक्शन पूरा करने के लिए अदाणी न्यू इंडस्ट्रीज बनाया है जिसमें जल्द ही अदाणी सोलर औऱ अदाणी विंड को मिला दिया जाएगा।
बता दें कि हाल ही में मूंदड़ा में बने अदाणी पोर्ट को भी 25 साल पूरे हो गए। अदाणी का यह पोर्ट भी दुनिया का सबसे बड़ा पोर्ट है जो 155 एमएमटी (मिलियन मीट्रिक टन) से ज्यादा लोड हैंडल करता है और यह भारत के समुद्री माल का लगभग 11 प्रतिशत है।