पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय की झांकी में सागरमाला कार्यक्रम की उपलब्धियां दिखाई गईं

गणतंत्र दिवस के अवसर पर पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय की झांकी में सागरमाला कार्यक्रम के जरिए बंदरगाह नीत विकास और समुद्री क्षेत्र में ‘नारी शक्ति’ को मजबूत करने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण को प्रदर्शित किया गया।

मंत्रालय के इस महात्वाकांक्षी कार्यक्रम ने ‘टर्न-अराउंड’ समय को कम करने में मदद की है जिससे बंदरगाहों पर कार्गो प्रबंधन दक्षता बढ़ी है। जहाजों को बंदरगाहों के निकट पहुंचने और उसके बाद सामान उतारने तक लगने वाले समय को ‘टर्न-अराउंड’ समय कहा जाता है।

झांकी में महिलाओं को अवसर प्रदान करने की मंत्रालय की प्रतिबद्धता को दर्शाया गया। पिछले नौ वर्षों में महिला नाविकों की संख्या में 1,100 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

यह समुद्री अर्थव्यवस्था को चलाने वाली ‘नारी शक्ति’ को प्रदर्शित करती है, जो मंत्रालय की ‘सागर-सम्मान’ पहल का आधार है।

झांकी के मध्य भाग में सागरमाला कार्यक्रम के तहत बंदरगाह आधुनिकीकरण पहल के माध्यम से बंदरगाह दक्षता और क्षमता वृद्धि की उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया।

इससे प्रमुख बंदरगाहों पर क्षमता 800 एमटीपीए से दोगुनी होकर 1,617 एमटीपीए हो गई है।

– एजेंसी