जिन्हें कोई ऐसी बीमारी हो, जिसमें चिकनाई का परहेज होता है, उन्हें छोड़कर हर दिन हर किसी को देसी घी खाना चाहिए. खास बात यह है कि इस घी को खाने का फायदा तभी होता है, जब आप अपने शरीर की जरूरत के हिसाब से सही घी का चुनाव करें. क्योंकि गाय और भैंस दोनों के दूध से तैयार किया गया घी पौष्टिक होता है और बॉडी को हेल्दी रखने का काम करता है. लेकिन शरीर की कुछ खास रिक्वायरमेंट्स को एक खास घी ही पूरा कर पाता है.
घी चुनने के लिए सबसे पहले आप अपनी जरूरत पर फोकस करें. यानी आपको अपना वेट बढ़ाना तो आपको भैंस के दूध से बना घी खाना चाहिए. लेकिन यदि आपको अपनी बॉडी पर जमा फैट को कम करते हुए बॉडी मास बढ़ाना है तो आपको गाय का घी खाना चाहिए.
यदि आप बहुत दुबले-पतले हैं और जल्दी वजन बढ़ाकर अपने शरीर को हष्ट-पुष्ट और भरा हुआ बनना चाहते हैं तो आपको भैंस का घी चुनना चाहिए लेकिन यदि आप खुद को हेल्दी रखते हुए वेटलॉस करना चाहते हैं तो आपको गाय का घी चुनना चाहिए.
यहां हम जब भी गाय के घी की बात करते हैं तो इसका अर्थ है, देसी गाय के दूध से तैयार घी. क्योंकि गाय भी बहुत सारे प्रकार की होती हैं और जो विदेशी नस्ल की गाय हैं, उनके दूध और घी की प्रॉपर्टीज देसी गाय के दूध और घी से थोड़ी अलग होती हैं.
यदि आपका डायजेशन और मेटाबॉलिज़म स्लो है या आपको पाचन से संबंधित समस्याएं अक्सर परेशान करती हैं तो आपको देसी गाय के दूध से तैयार घी का सेवन करना चाहिए.
लेकिन यदि आपका मेटाबॉलिक रेट हाई है और आप आराम से कुछ भी डायजेस्ट कर लेते हैं तो आपको भैंस के दूध से बना घी खाना चाहिए. हालांकि अगर आपको लगे कि भैंस के दूध से बना घी खाने से आपका बॉडी वेट तेजी से बढ़ रहा है तो आप गाय के घी पर स्विच कर सकते हैं.
मानसिक थकान से बचाता है ये घी
यदि आप किसी ऐसी जॉब में हैं, जहां आपको मेंटल फटीग बहुत अधिक हो जाती है तो आपको अपनी डायट में देसी गाय का घी शामिल करना चाहिए.
लेकिन यदि आप बॉडी बिल्डिंग या स्पॉर्ट्स से जुड़े किसी प्रफेशन में हैं तो आपके लिए भैंस के दूध से बना घी पर्फेक्ट चॉइस है.
मसल्स बढ़ाने के लिए कौन-सा घी खाएं?
अगर आप सिर्फ फिटनेस और मसल्स हेल्थ के लिए घी का सेवन करना चाहते हैं तो आपको देसी गाय के दूध से बना घी हर दिन खाना चाहिए. आप तीनों समय के भोजन में एक-एक चम्मच देसी घी का सेवन कर सकते हैं.
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