आजकल की जीवनशैली कुछ ऐसी है की बिना तनाव लिए आपका कोई भी काम पूरा नहीं होगा। घर हो या फिर ऑफिस हर तरफ से तनाव रहता है। जिसका सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है। अब जब हम बात करते है संपूर्ण स्वास्थ्य की तब मानसिक सेहत को लेकर भी हमें ध्यान देना आवश्यक होता है। तनाव की स्थिति में शुरुआती लक्षण सामान्य से दिखते है जो आगे चलकर विकराल रूप ले सकते है, अध्ययनों से प्रमाणित होता है, पिछले कुछ वर्षों में युवाओं में तनाव-अवसाद की समस्या तेजी से बढ़ती हुई देखे गए हैं। ऑफिस के काम से लंबे समय तक काम करना, नाइट शिफ्ट करना जिसके कारण व्यक्ति चिंतित और दबाव सा महसूस करने लगता है और तनाव की स्थिति धीमे धीमे बड़ी बीमारी का आकार ले लेती है। तनाव में रहने वाले व्यक्ति के लक्षण,
निराश बना रहना।
सेल्फ कॉन्फिडेंस की कमी।
मनोदशा।
अत्यधिक संवेदनशील होना।
चिड़चिड़ापन या गुस्से की समस्या।
व्यवहार में परिवर्तन आना।
काम में मन न लगना।
अगर आप में आपके संबंधियों में इन तरीकों के लक्षण दिखाई दे तो मनोचिकित्सक की सलाह जरूर लेनी चाहिए,
तनाव के कारण हमारे शरीर जन बीमारियों का खोखों बाद जाता है। तनाव बढ़ने के कारण शरीर में कई अन्य बीमारियां हो सकती है,
त्वचा से संबंधित रोग।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर।
वजन में बदलाव।
बालों का झड़ना।
सिरदर्द।
दिल के रोग
एंग्जाइटी का खतरा।
तनाव से दूर रखने के लिए अच्छी नींद, पौष्टिक आहार और सबसे जरूरी बात खुश रहना और साथ ही अपने पसंद की चीजों को करने पर ध्यान देकर तन्नाव को समय से दूर रह सकते हैं। रात में 7 घंटे की नींद जरूर ले। तनाव से बचे रहने के लिए योग-मेडिटेशन का अभ्यास करते रहना चाहिए।
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