एक बहरा अपने बीमार मित्र को देखने जा रहा था। रास्ते में वह मन ही
मन सोचने लगा कि ज्यादा बातें करूंगा तो कुछ का कुछ सुनाई देगा
इसलिए कम से कम बोलूंगा। सबसे पहले पूछूंगा कि तबीयत कैसी है?
मित्र कहेगा ठीक है। फिर पूछूंगा कि किसकी दवा चल रही है? वह डॉक्टर
का नाम बता देगा। सोचते-सोचते बीमार का घर आ गया। मित्र से मिलते
ही बहरा बोला, ‘कहो कैसी तबीयत है?‘
बीमार- ‘मर रहा हूं।‘
बहरा – अच्छा ही है। भगवान करे ऐसा ही हो। दवा किसकी चल रही है।
बीमार – यमराज की।
बहरा – अच्छा डॉक्टर है, खाने को क्या बताया है?
बीमार – पत्थर।
बहरा – ठीक है, पचने में हल्के होते है।😜😂😂😂😛🤣
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गोलू (मोनू से)- आदमी के मुकाबले घोड़े ज्यादा समझदार होते है।
मोनू (गोलू से)- वह कैसे?
गोलू (मोनू से)- क्योंकि जब घोड़ो की दौड़ होती है तो हजारो आदमी वहां
उनकी दौड़ देखने पहुंचते है, लेकिन जब आदमियो की दौड़ होती है तो वहां
एक भी घोड़ा नहीं पहुंचता।😜😂😂😂😛🤣
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दूध वाला- बीबी जी, कल से दूध पचास पैसे महंगा हो जायेगा।
महिला – क्यों, दूध के दाम क्यों बढ़ा रहे हो?
दूध वाला – क्योंकि मुझे भी अब पानी का बिल भरना पड़ता है।😜😂😂😂😛🤣
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एक भिखारी को बैक में घुसते देख चौकीदार बोला, ‘अरे-अरे बाबा आगे
जाओ यहां कुछ नहीं मिलेगा।‘
भिखारी (चौकीदार से)- अरे भैया, मैं यहां कुछ लेने नहीं अपना पैसा जमा
कराने आया हूं।😜😂😂😂😛🤣