भारत में इंटरनेट का नया युग शुरू होने वाला है, और एलन मस्क की कंपनी Starlink ने हाल ही में भारत सरकार से GMPCS लाइसेंस प्राप्त किया है। इसका मतलब है कि अब देश में सैटेलाइट इंटरनेट सेवा की शुरुआत होने जा रही है। हालांकि, इस सेवा का उपयोग करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण जानकारी जानना आवश्यक है।
🌐 Starlink की किट में क्या-क्या होगा?
Starlink की सेवा का उपयोग करने के लिए एक विशेष किट की आवश्यकता होगी, जिसमें निम्नलिखित उपकरण शामिल होंगे:
सैटेलाइट डिश: जो खुले आसमान की दिशा में स्थापित की जाएगी।
वाई-फाई राउटर: जो डिश से सिग्नल लेकर आपके उपकरणों तक पहुंचाएगा।
पावर केबल: जो डिश और राउटर को बिजली प्रदान करेगी।
माउंटिंग ट्रायपॉड: जो डिश को स्थिर रखने के लिए होगा।
यह किट एक बार की खरीदारी होगी और इसकी कीमत लगभग ₹25,000 से ₹35,000 तक हो सकती है ।
💰 मासिक शुल्क और कुल खर्च
Starlink की मासिक सेवा शुल्क लगभग ₹850 (USD 10) निर्धारित की गई है । हालांकि, किट की एक बार की लागत को जोड़ने पर पहले वर्ष का कुल खर्च लगभग ₹1.58 लाख तक पहुंच सकता है । दूसरे वर्ष से, मासिक शुल्क के साथ-साथ किट की मेंटेनेंस और अन्य शुल्क मिलाकर कुल खर्च कम हो सकता है।
📡 सेवा की उपलब्धता और उपयोगिता
Starlink की सेवा विशेष रूप से ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में उपयोगी होगी, जहां पारंपरिक इंटरनेट सेवाएं उपलब्ध नहीं हैं। यह सेवा बिना किसी भौतिक नेटवर्क के, सीधे सैटेलाइट से इंटरनेट प्रदान करेगी, जिससे इन क्षेत्रों में हाई-स्पीड इंटरनेट की सुविधा मिल सकेगी।
✅ निष्कर्ष
यदि आप ऐसे क्षेत्र में रहते हैं जहां पारंपरिक इंटरनेट सेवाएं उपलब्ध नहीं हैं, तो Starlink एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। हालांकि, इसकी उच्च प्रारंभिक लागत को ध्यान में रखते हुए, यह सेवा विशेष रूप से उन उपयोगकर्ताओं के लिए उपयुक्त होगी जो उच्च गुणवत्ता और स्थिर इंटरनेट कनेक्टिविटी की आवश्यकता महसूस करते हैं।
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