दही में नमक या चीनी? जानिए कौन है सेहत के लिए बेहतर

गर्मियों के मौसम में दही एक ऐसा सुपरफूड है जो ना सिर्फ स्वाद बढ़ाता है, बल्कि शरीर को ठंडक भी देता है। इसमें मौजूद प्रोबायोटिक्स आपकी पाचन क्रिया को दुरुस्त रखते हैं और इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाते हैं। यही वजह है कि इस मौसम में लोग दही और उससे बनी चीज़ों जैसे लस्सी, रायता या छाछ का खूब सेवन करते हैं।

धार्मिक दृष्टि से भी दही शुभ माना जाता है, और कई शुभ कामों से पहले दही-चीनी खिलाने की परंपरा रही है। लेकिन अक्सर यह सवाल उठता है कि दही में नमक मिलाना बेहतर है या चीनी? आइए इस सवाल का वैज्ञानिक और आयुर्वेदिक नजरिए से जवाब जानते हैं।

🧂 दही और नमक का कॉम्बिनेशन: फायदे और नुकसान
फायदे:
नमक और दही का कॉम्बिनेशन पाचन के लिए अच्छा होता है, खासकर अगर आप इसे रात में खा रहे हैं। यह पेट को हल्का और ठंडा बनाए रखता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए यह एक बेहतर विकल्प है क्योंकि इसमें शुगर नहीं होती।

नुकसान:
नमक में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण दही के अच्छे बैक्टीरिया को मार सकते हैं, जिससे इसके प्रीबायोटिक फायदे कम हो जाते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों के लिए नमक वाला दही हानिकारक हो सकता है, क्योंकि इससे बीपी बढ़ सकता है और स्ट्रोक का खतरा भी हो सकता है।

🍬 दही और चीनी का कॉम्बिनेशन: फायदेमंद या नुकसानदायक?
फायदे:
आयुर्वेद के अनुसार, दही में चीनी मिलाकर खाने से पेट की जलन और एसिडिटी में राहत मिलती है।
यह संयोजन मानसिक तनाव को भी कम करता है और ताजगी देता है।

नुकसान:
यह हाई-कैलोरी कॉम्बिनेशन होता है, जिससे वजन तेजी से बढ़ सकता है।
डायबिटीज और हृदय रोग से पीड़ित लोगों को इससे परहेज करना चाहिए।

✅ तो फिर दही कैसे खाएं सबसे सही तरीके से?
बिना कुछ मिलाए सादा दही खाना सबसे ज़्यादा फायदेमंद होता है।

सुबह के समय – अगर चाहें तो थोड़ा चीनी मिलाकर खा सकते हैं।

दोपहर या रात के समय – अगर ज़रूरत हो तो हल्का सा नमक डाल सकते हैं, लेकिन बीपी के मरीज न डालें।

डायबिटीज वाले लोग – दही में नमक डालकर खाएं, लेकिन सीमित मात्रा में।

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