नॉन स्टिक बर्तन खाना पकाने में मददगार होते हैं और सफाई भी आसान कर देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन बर्तनों का इस्तेमाल आपकी सेहत पर बुरा असर डाल सकता है? हेल्थ एक्सपर्ट्स की सलाह है कि नॉन स्टिक बर्तनों के उपयोग से बचना चाहिए क्योंकि इनमें मौजूद कुछ केमिकल्स सेहत के लिए खतरनाक हो सकते हैं। आइए जानते हैं इनके कुछ बड़े नुकसान।
नॉन स्टिक बर्तनों के नुकसान
1. कई गंभीर बीमारियों को न्योता देते हैं
नॉन स्टिक बर्तनों में मौजूद पीएफओए (PFOA) नामक रासायनिक पदार्थ थायरॉइड, किडनी और लिवर की बीमारियों के साथ-साथ ब्रेस्ट, प्रोस्टेट और ओवेरियन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है।
2. इम्यून सिस्टम कमजोर करता है
नॉन स्टिक बर्तनों में इस्तेमाल होने वाला पेरफ्लूरूक्टेनोइक एसिड (PFAS) टॉक्सिक होता है, जो शरीर में जमा होकर आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम कर सकता है।
3. गर्भावस्था में जोखिम बढ़ाता है
प्रेग्नेंसी के दौरान नॉन स्टिक बर्तनों में खाना बनाना खासतौर पर हानिकारक हो सकता है। गर्भवती महिलाओं को केमिकल फ्री, नेचुरल बर्तनों का ही उपयोग करना चाहिए।
4. क्रैक या खराब नॉन स्टिक पैन का इस्तेमाल न करें
अगर आपके नॉन स्टिक बर्तन में दरार या क्रैक आ गया है, तो उसमें खाना बनाना पूरी तरह बंद कर दें। इससे केमिकल्स ज्यादा निकल सकते हैं और सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
सावधानी के तौर पर क्या करें?
अगर नॉन स्टिक बर्तन इस्तेमाल करना जरूरी हो तो धीमी आंच पर खाना पकाएं ताकि हानिकारक केमिकल्स का असर कम हो। लेकिन बेहतर यही होगा कि आप स्टेनलेस स्टील, लोहे या मिट्टी के बर्तनों का उपयोग करें जो सेहत के लिए ज्यादा सुरक्षित हैं।
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