कई बार लोगों के मुंह से इतनी ज्यादा बदबू आती है कि सामने वाला असहज हो जाता है, लेकिन खुद को इस बात का एहसास भी नहीं होता। जब कोई इस बारे में बताता है, तब स्थिति और भी ज़्यादा शर्मनाक बन जाती है।
दरअसल, खराब ओरल हाइजीन के साथ-साथ पेट की सफाई न होना और कब्ज जैसी समस्याएं भी मुंह से दुर्गंध का बड़ा कारण बनती हैं। यदि आप भी इस परेशानी से जूझ रहे हैं, तो इन प्राकृतिक आयुर्वेदिक नुस्खों को आजमाकर पा सकते हैं राहत।
🌿 दुर्गंध भगाएं, आत्मविश्वास बढ़ाएं – अपनाएं ये 5 आयुर्वेदिक टिप्स
1️⃣ ऑयल पुलिंग (तेल कुल्ला करना)
आयुर्वेद में इसे “कवला” या “गुंडुषा” कहा जाता है।
नारियल या तिल के तेल से रोज सुबह 5–10 मिनट तक मुंह में कुल्ला करें।
यह दांतों और मसूड़ों में छिपे बैक्टीरिया को हटाता है।
सांसों की बदबू, छाले और मसूड़ों की कमजोरी को दूर करता है।
2️⃣ अमरूद के पत्ते या इलायची के पानी से गरारे
एक गिलास पानी में अमरूद के कुछ पत्ते या एक इलायची डालें।
इसे तब तक उबालें जब तक पानी आधा न रह जाए।
ठंडा कर दिन में दो बार गरारे करें।
इससे मसूड़ों की सूजन और सांसों की बदबू में राहत मिलती है।
3️⃣ हर भोजन के बाद मुंह धोना
खाना खाने के बाद मुंह धोना बेहद ज़रूरी है।
यह भोजन के कणों और बैक्टीरिया को हटाता है जो दुर्गंध पैदा करते हैं।
रात को सोने से पहले ब्रश करना न भूलें।
4️⃣ पर्याप्त पानी पिएं
हाइड्रेटेड रहने से शरीर और मुंह दोनों स्वस्थ रहते हैं।
पानी खाने के अवशेष और बैक्टीरिया को धो देता है।
यह ना सिर्फ पाचन को बेहतर बनाता है, बल्कि दुर्गंध से भी राहत दिलाता है।
5️⃣ पेट की सफाई बनाए रखें
कब्ज से छुटकारा पाने के लिए फाइबर युक्त आहार और त्रिफला जैसे आयुर्वेदिक उपाय अपनाएं।
जब पेट साफ रहेगा, तो मुंह से दुर्गंध भी दूर रहेगी।
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