हमारे शरीर में हड्डियों को जोड़कर रखने का महत्वपूर्ण काम लिगामेंट का होता है। लिगामेंट हड्डियों को जोड़ने के साथ-साथ जोड़ों की मजबूती और उनके सुचारू रूप से कार्य करने में अहम भूमिका निभाते हैं। लेकिन इन दिनों लिगामेंट इंजरी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। लिगामेंट की चोट या उनका टूटना एक आम समस्या बन चुकी है। तो आखिर इसके कारण क्या हैं और क्या लिगामेंट को फिर से जोड़ा जा सकता है? आइए जानते हैं।
हमारे शरीर में लगभग 900 लिगामेंट होते हैं, जो हड्डियों को जोड़ते हैं। आमतौर पर मोच या चोट लगने पर लिगामेंट इंजरी होती है, लेकिन अब इसके और भी कई कारण सामने आ रहे हैं। जैसे-जैसे डॉक्टरों के पास लिगामेंट इंजरी के मामले बढ़ रहे हैं, वे इसे एक सामान्य समस्या मानने लगे हैं। अधिकतर मामले घुटने, टखने, कलाई, कमर और कंधे के लिगामेंट में इंजरी के होते हैं।
लिगामेंट इंजरी क्यों होती है?
डॉक्टरों के अनुसार, लिगामेंट प्रोटीन फाइबर और एपिलिगामेंट से बने होते हैं, जो चोट लगने पर दर्द, सूजन और अस्थिरता का कारण बनते हैं। कभी-कभी लिगामेंट पर चोट लगने पर एक आवाज भी सुनाई देती है। लिगामेंट इंजरी के मुख्य कारणों में शामिल हैं:
चोट लगना – जैसे खेल कूद के दौरान या किसी दुर्घटना में।
जोड़ों पर ज्यादा खिंचाव – अधिक वजन उठाने या ज्यादा खिंचाव देने से लिगामेंट को नुकसान हो सकता है।
झटका लगना – अचानक झटका लगने से भी लिगामेंट को चोट लग सकती है।
लिगामेंट इंजरी को ठीक किया जा सकता है, और कभी-कभी इसके लिए सर्जरी की भी आवश्यकता हो सकती है। हालांकि, लिगामेंट पहले जैसा मजबूत नहीं हो पाते हैं।
लिगामेंट इंजरी में क्या करना चाहिए?
आराम करें – लिगामेंट इंजरी होने पर सबसे पहले आराम करना चाहिए।
बर्फ से सिकाई – बर्फ की सिकाई करने से सूजन कम होती है।
डॉक्टर से संपर्क करें – अगर तेज दर्द हो रहा हो या हड्डी बाहर की ओर निकली हुई महसूस हो रही हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
व्यायाम करें – लिगामेंट को मजबूत रखने के लिए नियमित व्यायाम करें और ज्यादा देर तक बैठने से बचें। व्यायाम से पहले वार्मअप और स्ट्रेच जरूर करें।
आहार में बदलाव करें – ओमेगा-3, विटामिन A, C और मैग्नीशियम से भरपूर खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल करें।
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