महिलाओं में तेजी से बढ़ रहा एनीमिया का खतरा, जानिए बचाव के उपाय

आजकल महिलाओं में एनीमिया का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। एक नई रिसर्च के मुताबिक, 5 में से 3 भारतीय महिलाएं इस बीमारी की चपेट में आ रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि आयरन की कमी, गलत खान-पान और शरीर में रेड ब्लड सेल्स (RBC) की कमी इस बीमारी के मुख्य कारण हैं।

क्या है एनीमिया?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, एनीमिया एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जो शरीर में आयरन की कमी के कारण होती है। जब रेड ब्लड सेल्स कम हो जाती हैं या हीमोग्लोबिन का स्तर गिर जाता है, तो शरीर के ऊतकों तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती। इससे थकान, कमजोरी और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

महिलाओं में एनीमिया का खतरा ज्यादा क्यों?
रेडक्लिफ लैब्स द्वारा किए गए अध्ययन में पाया गया कि महिलाओं में एनीमिया का खतरा पुरुषों से तीन गुना ज्यादा होता है। खासतौर पर किशोर लड़कियां और युवा महिलाएं इस बीमारी की चपेट में जल्दी आ सकती हैं, क्योंकि:

पीरियड्स के दौरान आयरन की कमी हो जाती है, खासकर अगर ब्लीडिंग ज्यादा हो।
गलत खान-पान और पोषण की कमी से शरीर को जरूरी आयरन नहीं मिल पाता।
गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान शरीर को ज्यादा आयरन की जरूरत होती है, जो कई बार पूरा नहीं हो पाता।
कैसे करें एनीमिया से बचाव?
आयरन युक्त आहार लें:

पत्तेदार हरी सब्जियां (पालक, मेथी)
दालें और चने
ड्राई फ्रूट्स (किशमिश, बादाम)
गुड़ और चुकंदर
विटामिन C से भरपूर चीजें खाएं:

संतरा, नींबू, आंवला और टमाटर खाने से शरीर में आयरन का अवशोषण बेहतर होता है।
नियमित हेल्थ चेकअप कराएं:

हीमोग्लोबिन की जांच करवाएं और अगर कमी हो तो डॉक्टर की सलाह लें।
डॉक्टर की सलाह जरूरी!
अगर एनीमिया गंभीर स्तर पर पहुंच जाता है, तो डॉक्टर आयरन सप्लीमेंट लेने की सलाह दे सकते हैं। जागरूकता बढ़ाना, सही खान-पान अपनाना और हेल्थ चेकअप करवाना इस बीमारी से बचने के सबसे अच्छे उपाय हैं। महिलाओं को सही पोषण और देखभाल मिले, तो एनीमिया का खतरा काफी हद तक कम किया जा सकता है और वे स्वस्थ और मजबूत बनी रह सकती हैं!

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