जो लोग पिछले 10 सालों से इनकम टैक्स जमा कर रहे हैं, उन्हें याद होगा कि पहले टैक्स फाइल करना कितना मुश्किल था। ITR फाइल करने के लिए पहले इनकम टैक्स ऑफिस में लंबी लाइन में लगना पड़ता था, और फिर इसे जमा करने के लिए बैंकों के चक्कर लगाने पड़ते थे।
लेकिन अब डिजिटल इंडिया के चलते टैक्स फाइलिंग का तरीका पूरी तरह बदल गया है। अब घर बैठे ही ITR फाइल किया जा सकता है और टैक्स जमा किया जा सकता है।
2024 में टैक्सपेयर्स को मिली बड़ी राहत
2024 के अंतरिम बजट में, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने टैक्सपेयर्स के लिए बड़ी राहत की घोषणा की। नई टैक्स रिजीम के तहत, 7 लाख रुपए तक की आय को पूरी तरह टैक्स फ्री कर दिया गया। साथ ही, 7 से 10 लाख रुपए तक की आय पर 10% और 10 से 12 लाख रुपए तक की आय पर 15% टैक्स निर्धारित किया गया।
इस बदलाव से वेतनभोगी कर्मचारियों को सालाना 17,500 रुपए तक का टैक्स बचाने में मदद मिली।
स्टैंडर्ड डिडक्शन और पेंशन पर छूट
नई टैक्स रिजीम में स्टैंडर्ड डिडक्शन को 50,000 रुपए से बढ़ाकर 75,000 रुपए कर दिया गया। साथ ही, फैमिली पेंशन पर सालाना 15,000 रुपए की छूट को बढ़ाकर 25,000 रुपए कर दिया गया। इन सुधारों से सैलरी और पेंशन पर निर्भर टैक्सपेयर्स को काफी राहत मिली।
2025 के बजट से क्या उम्मीदें?
अब 2025 के बजट में यह देखने लायक होगा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इनकम टैक्स में और कौन से बदलाव ला सकती हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि सरकार नए टैक्स रिजीम में 10 लाख रुपए तक की आय को टैक्स फ्री कर सकती है। यह कदम न केवल टैक्सपेयर्स के लिए राहत भरा होगा, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देगा।
इससे मध्यम वर्गीय परिवारों की खपत में इजाफा होगा और बाजार में तेजी आ सकती है।
टैक्स सिस्टम का भविष्य
डिजिटल इंडिया और टैक्स सुधारों के चलते इनकम टैक्स फाइलिंग अब कहीं ज्यादा आसान और सुगम हो गई है। अगर 2025 में 10 लाख रुपए तक की आय को टैक्स फ्री कर दिया जाता है, तो यह न केवल टैक्सपेयर्स के लिए खुशी की खबर होगी, बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था को भी नई ऊंचाई पर ले जाने वाला कदम साबित हो सकता है।
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