रितेश देशमुख ने क्यों कहा – ‘राजा बाबू’ का वो सीन देख कर मेरे रोंगटे खड़े हो गए

1994 में रिलीज हुई फिल्म राजा बाबू में गोविंदा और शक्ति कपूर की जोड़ी ने दर्शकों को खूब हंसी और मनोरंजन दिया था। इस फिल्म में करिश्मा कपूर, कादर खान और अरुणा ईरानी जैसे कलाकारों ने भी अहम भूमिका निभाई थी। इस फिल्म को देखने के बाद एक्टर रितेश देशमुख गोविंदा के फैन बन गए थे और उन्होंने खुद बताया था कि कौन सा सीन था, जिसने उन्हें हैरान कर दिया।

नेटफ्लिक्स इंडिया के यूट्यूब चैनल पर अनफिल्टर्ड बाय समदिश के साथ एक इंटरव्यू में रितेश ने गोविंदा की फिल्म राजा बाबू के बारे में खुलकर बात की थी। इस इंटरव्यू में रितेश से पूछा गया था कि वह गोविंदा की कौन सी फिल्म पसंद करते हैं, राजा बाबू या दूल्हे राजा? इस सवाल का जवाब देते हुए रितेश ने कहा, “दूल्हे राजा एक एंटरटेनिंग फिल्म है, लेकिन राजा बाबू एक इमोशन से भरी फिल्म है। क्योंकि जब गोविंदा को पता चलता है कि वह असली बेटा नहीं है, और उसे फ्लैशबैक में वह सीन याद आता है जब वह निवाला खा रहे होते हैं और कंकड़ कादर साहब के मुंह में चला जाता है, तो वो सीन बहुत इमोशनल होता है।”

रितेश ने आगे कहा, “फ्लैशबैक में गोविंदा अपनी मां के चरणों में गिरते हैं, बारिश हो रही होती है और वह कहते हैं, ‘कितना प्यार दिया तूने मुझे, मां…’ यह सीन देख कर मेरे रोंगटे खड़े हो गए और मैं तभी से उनका फैन बन गया। इस फिल्म में गोविंदा ने जो इमोशन्स दिखाए, वह सिर्फ भारतीय फिल्मों में ही देखने को मिलते हैं, जहां माता-पिता का प्यार, दोस्ती और रोमांस को इतने इमोशनल तरीके से दिखाया जाता है।”

राजा बाबू का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन
90 के दशक में डेविड धवन और गोविंदा की जोड़ी ने कई हिट फिल्में दीं और राजा बाबू उनमें से एक थी। इस फिल्म में गोविंदा और करिश्मा कपूर की जोड़ी को खूब सराहा गया था, वहीं शक्ति कपूर ने नंदू के रोल में दर्शकों का दिल जीता था। कादर खान और अरुणा ईरानी को गोविंदा के माता-पिता के रूप में भी पसंद किया गया था। फिल्म का निर्देशन डेविड धवन ने किया था और इसके प्रोड्यूसर नंदू जी तोलानी थे। Sacnilk के अनुसार, फिल्म का बजट 2.50 करोड़ था, जबकि वर्ल्डवाइड बॉक्स ऑफिस पर इसने 15.20 करोड़ का कलेक्शन किया था। यह फिल्म उस साल की सुपरहिट फिल्मों में शुमार हुई थी।

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